Type Here to Get Search Results !

फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर महिलाओं से लाखों की ठगी करने वाले शातिर गिरफ्तार, कानपुर पुलिस ने बरामद किए लाखों रुपये और लैपटॉप


 #कानपुर समाचार


फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर महिलाओं से लाखों की ठगी करने वाले शातिर गिरफ्तार, कानपुर पुलिस ने बरामद किए लाखों रुपये और लैपटॉप..



*न्यूज इंडिया नेटवर्क कानपुर ब्यूरो | राजीव वर्मा*



कानपुर। पुलिस आयुक्त कानपुर नगर के निर्देश पर चल रहे अपराध विरोधी अभियान के तहत पुलिस ने एक बड़ा धांधली करने वाले गिरोह को पकड़ा है। इस गिरोह ने 'शिल्पा फिनकैप प्राइवेट लिमिटेड' नाम की एक फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को लोन का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी की है।


पश्चिमी कानपुर के डीएसपी दिनेश त्रिपाठी के नेतृत्व में गठित एक विशेष पुलिस टीम ने शनिवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं:


1. जितेंद्र गौतम उर्फ राकेश गौतम (31 वर्ष, ब्रांच मैनेजर), निवासी सुल्तानपुर।

2. उत्तम वर्मा उर्फ संदीप शर्मा (27 वर्ष, लोन ऑफिसर), निवासी सीतापुर।

3. शैलेश गौतम उर्फ रोहित (28 वर्ष, फील्ड ऑफिसर), निवासी सीतापुर।

4. प्रदीप गौतम उर्फ संतोष पांडेय (31 वर्ष, असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर), निवासी सीतापुर।


इन आरोपियों पर थाना शिवराजपुर और थाना बिल्हौर में धारा 318(4), 336(3), 338, 340(2) बीएनएस सहित कई मामले दर्ज हैं।


*पुलिस ने बरामद किया सामान:*


गिरफ्तारीके दौरान पुलिस ने आरोपियों से महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए, जिनमें शामिल हैं:


· 55,470 रुपये नकद।

· एक लैपटॉप और पांच स्मार्टफोन।

· एक मोटरसाइकिल।

· एक बायोमीट्रिक डिवाइस।

· पीली धातु (शायद सोना) से बना एक ओम का चिन्ह और पेंडेंट।

· शिल्पा फाइनेंस के बैनर और अन्य कागजात।


*ऐसे करते थे ठगी:*


पुलिस केअनुसार, यह गिरोह एक फर्जी नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) चलाता था। वे ग्रामीण और कमजोर आर्थिक पृष्ठभूमि की महिलाओं को आसान शर्तों पर लोन देने का झांसा देते थे। लोन के नाम पर वे उनसे विभिन्न शुल्क और कमीशन वसूल करते थे, लेकिन असल में लोन नहीं दिया जाता था। इस तरह से उन्होंने कई लोगों को लाखों रुपये की ठगी की है।


*आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड:*


मुख्य आरोपीजितेंद्र गौतम का पहले भी आत्महत्या के लिए उकसाने, ब्लैकमेलिंग और धोखाधड़ी जैसे मामलों में आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। अन्य आरोपियों पर भी कानपुर में ही ठगी के कई मामले दर्ज हैं।


*पुलिस टीम को मिला इनाम:*


इस मामलेकी सफल सुलझाई के लिए पुलिस उपायुक्त पश्चिम श्री दिनेश त्रिपाठी ने जिम्मेदार पुलिस टीम को 25,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया है।


सभी चारों आरोपियों को कानूनी कार्यवाही के बाद कोर्ट माती, कानपुर देहात भेज दिया गया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है और संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह से जुड़े और भी पीड़ित सामने आ सकते हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement
न्यूज़ इंडिया नेटवर्क के साथ जुड़े...