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कानपुर पुलिस की कार्रवाई पर अधिवक्ता समाज में आक्रोश, लायर्स एसोसिएशन ने की आपात बैठक
*न्यूज इंडिया नेटवर्क कानपुर ब्यूरो | राजीव वर्मा*
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने अधिवक्ता धीरज उर्फ़ दीनू उपाध्याय और उसके 21 सहयोगियों पर शिकंजा कसते हुए रंगदारी, धमकी, अपहरण, मारपीट और संपत्ति कब्जे जैसे गंभीर मामलों में गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की है। पुलिस ने इसे इंटर रेंज-09 गैंग में शामिल किया है। गैंग के 10 सदस्य जेल में बंद हैं जबकि 11 अभी बाहर बताए जा रहे हैं।
बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या के आरोप में सोनभद्र जेल में बंद अधिवक्ता दीनू उपाध्याय पर गैंगस्टर की कार्रवाई सोमवार को की गई। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह कूटरचित दस्तावेज बनाकर फर्जी रजिस्ट्री तैयार कराता था और कई लोगों को ठगी का शिकार बनाता रहा है।
पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने अब तक कई आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि कुछ अभी भी फरार हैं। नवाबगंज, ग्वालटोली, कोतवाली, नौबस्ता, बिधनू, चकेरी, सीसामऊ और नजीराबाद समेत अन्य थानों में इनके खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हैं।
यह सदस्य जेल में
गैंग लीडर धीरज उर्फ़ दीनू उपाध्याय के अलावा अनूप शुक्ला, मनु उपाध्याय, संजय उपाध्याय, रामखिलावन (परमियापुरवा), दीपक सिंह जादौन (यशोदानगर), गोपाल सिंह (सैय्यदनगर), नारायण भदौरिया (किदवईनगर), सत्येंद्र त्रिवेदी (बैकुंठपुर) और विकास ठाकुर उर्फ़ विक्की ठाकुर (परमट) जेल में बंद हैं।
लायर्स एसोसिएशन का विरोध
इस कार्रवाई के विरोध में सोमवार को लायर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने लायर्स हॉल में आपात बैठक की। बैठक में कानपुर पुलिस की सख्त कार्यवाही की निंदा की गई। महामंत्री राजीव यादव ने कहा कि “कानपुर पुलिस अनावश्यक दबाव बनाते हुए अधिवक्ताओं और एसोसिएशन पदाधिकारियों पर फर्जी मुकदमे लादकर जेल भेज रही है। इससे पूरे अधिवक्ता समाज में गहरा आक्रोश है। पुलिस की इस कार्यवाही से निपटने के लिए आज रणनीति बनाई गई है और जल्द ही इसकी सूचना सार्वजनिक की जाएगी।”

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