#कानपुर नगर
*कानपुर जिला जेल से हत्या का कैदी फरार, बस अड्डा- रेलवे स्टेशन से लेकर घर तक सर्च ऑपरेशन*
कानपुर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे वाली हाई-सिक्योरिटी जिला जेल से हत्या के मामले में सजा काट रहा एक कैदी रहस्यमयी तरीके से फरार हो गया। जाजमऊ के ताड़बगिया मोहल्ला निवासी अशीरुद्दीन पुत्र फजीरुद्दीन को डेढ़ साल पहले हत्या के आरोप में जेल भेजा गया था। गुरुवार रात साढ़े दस बजे की अंतिम गणना में एक कैदी कम मिलने पर हड़कंप मच गया।
जेल अधीक्षक बी.डी. पाण्डेय के मुताबिक, तुरंत बैरकों में बंद कैदियों की शिनाख्त कराई गई, जिसमें फरार कैदी की पहचान अशीरुद्दीन के रूप में हुई। रात दो बजे तक जेल के हर कोने, छत, घने पेड़ों और भंडारण स्थलों की तलाशी ली गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। सीसीटीवी फुटेज में भी कैदी के मुख्य द्वार से निकलने की कोई तस्वीर नहीं मिली। आशंका है कि उसने दीवार फांदी होगी या फिर जेल परिसर में ही कहीं छिपा हो सकता है।
कैदी की तलाश में बस अड्डा, रेलवे स्टेशन और उसके जाजमऊ स्थित घर पर पुलिस तैनात की गई है। कोतवाली प्रभारी जगदीश पाण्डेय ने बताया कि संभावना है कैदी कानपुर छोड़ने की फिराक में हो। वहीं, जाजमऊ पुलिस को फिलहाल उसकी लोकेशन का कोई सुराग नहीं मिला है।
गौरतलब है कि कानपुर जिला जेल में फिलवक्त कई कुख्यात बंद हैं, जिनमें हाई-प्रोफाइल वकील अखिलेश दुबे, शाहिद पिच्चा, यूसुफ चटनी, सनी मौरंग और जीशान मौरंग शामिल हैं। ऐसे में अशीरुद्दीन की फरारी ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कानपुर से राजीव वर्मा की रिपोर्ट....
न्यूज़ इंडिया नेटवर्क
न्यूज़ एजेंसी
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